कबीर जयंती 2022: जाति व्यवस्था की निंदा कर ‘भक्ति’ का अभ्यास करने वाले कवि
कविता को कला के सबसे जटिल रूपों में से एक माना जा सकता है। मानवीय भावनाओं को इस तरह से कागज पर उतारना जो पाठक के दिल को छू जाए और सबसे गहरी भावनाओं को व्यक्त करे। जैसा कि रॉबर्ट फ्रॉस्ट ने एक बार कहा था, “कविता तब होती है जब किसी भावना ने अपने … Read more